जलता भारत
दिल्ली के बाद कल बेंगलुरू मे दंगे हुए । दंगों को अंजाम देने वालों का तरीका बिल्कुल वही था जो दिल्ली के दंगों मे था । अचानक से सैकड़ों लोग जमा होते हैं आगजनी होती है सार्वजनिक व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है लोगों पर जानलेवा हमला होता है बेंगलुरू की घटना और भी ज्यादा संगीन है क्योंकि हमला विधायक के घर और पुलिस पर होता है । हमला करने वाले इस बात को लेकर नाराज थे कि विधायक के भतीजे ने उनके पैग़म्बर को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी , मिडिया मे यही बताया जा रहा है लेकिन किसी ने भी ये जानने की कोशिश नही कि ,कि आखिर विधायक के भतीजे ने ये टिप्पणी क्यों की ये भी तो हो सकता है कि उसे उकसाया गया हो। आए दिन हिन्दू देवी देवताओं का मजाक बनाया जाता है उनको लेकर अभद्र टिप्पणी की जाती है लेकिन ऎसी बातों को लेकर कभी दंगे नही हुए। अब सोचने वाली बात ये है कि अपना गुस्सा दिखाने के लिए क्या दंगा करना जरुरी था।
लेकिन कई बार असल मे जो दिखता है वो सच नही होता उसके पीछे कहानी कुछ और होती है। हो सकता है कि बेंगलुरू की घटना ,राम मंदिर निर्माण को लेकर हताशा जाहिर करने का तरीका रहा हो क्योंकि राम मंदिर शिलान्यास के बाद जिस तरह से मुस्लिम नेताओं और मौलवियों के भड़काउ बयान आ रहे थे उसे देख कर ये संभव लगता है
खैर दंगे हो गये अब सेक्यूलरिज्म के नाम पर , कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ जाएंगें । कुछ लोग खुद को डरा हुआ महसूस करने लगेंगें ,दंगों मे पकड़े गये लोग "विक्टिम कार्ड " खेलेंगें। पहले दंगा करो पकड़े जाओ तो विक्टिम कार्ड खेलो और इनका सपोर्ट करने वाले हर तबके मे बैठे हैं जो ना सिर्फ इनको बचाते हैं बल्कि इनका हौसला बढा़ते हैं अपने आपको धर्मनिरपेक्ष कहने वाले राजनैतिक दल इनका बचाव करेंगें। वैसे इस बार कांग्रेस ज्यादा असमंजस मे हैं एक तो जिस विधायक के घर हमला हुआ वो कांग्रेस का दूसरा हमले की साजिश करने वालों मे कांग्रेस की पार्षद के पति का नाम आना और सबसे बड़ी बात पीड़ित विधायक का दलित होना अब कांग्रेस किसका पक्ष ले क्योंकि दोनों और वोट बैंक का सवाल है।
कब तक लोग हर घटना मे राजनैतिक लाभ हानि देखते रहेंगे । कब अपराध करने वालों के खिलाफ एकजुट होंगें या देश यूं ही जलता रहेगा और हम सब तमाशा देखते रहेंगें
वैसे दंगा करने वाले अक्सर खुद को डरा हुआ बताते हैं अगर ये उनका डर है तो निडरता कैसी होगी
संजय इंदोरिया
Twitter- @sanjayeindoria
बहुत तथ्य परक बात कही अपने👍
ReplyDeleteधन्यवाद चांदनी जी ,
Deleteयह जब से होने लगा है जब से केंद्र में बीजेपी की सरकार आई है यह दिखाना चाहते है कुछ नेता की यह मुस्लिम विरोधी है लेकिन बवाल कांग्रेस नेता की वजह से हुआ है
ReplyDeleteबिल्कुल सही कहा आपने , ये लोग भाजपा को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश रखते हैं लेकिन सच तो सामने आ ही जाता है
DeleteRight
ReplyDeleteThanks.,....
DeleteBhout sahi likha h appnay bhai..
ReplyDeleteधन्यवाद
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